5 Best motivation books in Hindi| बेस्ट मोटिवेशनल बुक इन हिंदी

हेलो दोस्तों वेलकम न्यू ब्लॉग आज का ब्लॉग 5 Best motivation books in Hindi आज के ब्लॉग में 5 ऐशी मोटिवेशन बुक हे ज्यो आपको सही रास्ते पर ले जात है और आपको मोटिवेशन करती है और आपको कुछ करने के लिए प्रेना देती है महान लोगों की महत्वपूर्ण Motivational Books in Hindiआपको उत्साहित करेंगी और आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। इस ब्लाॅग Motivational Books in Hindi में सफल लोगों के द्वारा लिखी गईं कुछ प्रेरणादायक किताबें नीचे बताई गई हैं, जो हमें जरूर पढ़नी चाहिए। और आपको ये ब्लॉग अच्छालगे तो अपने दोस्तों को शेयर जरुर करना

रिच डैड पुअर डैड

रिच डैड पुअर डैड

इस बुक में लेखक ने मुख्य रूप से एक बिजनेस करने वाले और एक जॉब करने वाले व्यक्ति के mindset को दिखाया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि कैसे नौकरी करने वाले जिंदगी भर गरीब रह जाते हैं और बिजनेस करने वाले अमीर बन जाते हैं। इस बुक में कई lessons हैं, जिसे अगर आपने समझ लिया तो आप का पैसों को देखने का नजरिया बदल जाएगा अपने दो पिता के बारे में बताते हैं। “Rich Dad” जो Robert के सबसे अच्छे दोस्त के पिता और एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन हैं और दूसरे “Poor Dad” जो उनके खुद के पिता और एक educated professional हैं

में ऑथर मुख्य रूप से व्यक्ति के फाइनेंशियल एजुकेशन पर ध्यान देने पर जोर देते है। ऑथर कहते हैं कि पैसा तो कोई भी कमा सकता है लेकिन अमीर बनने के लिए पैसों को समझना बहुत जरूरी होता है।

चाहे आपके पास अच्छी नौकरी हो और आप महीने के लाखों रुपए कमाते हैं। पर अगर आप Financial Literate नहीं है तो आप जितनी भी कोशिश कर ले आप अमीर नहीं बन सकते हैं

और परेशानी की बात तो यह है कि स्कूल हमें नौकरी के लिए तैयार तो करता है, लेकिन Financial Literate नहीं करता। इसीलिए अमीर बनने के लिए फाइनेंशियल एजुकेशन लेनी बहुत जरूरी है। वरना आप भी उन 90% लोगों की तरह Rat race में फस कर अपने कमाए हुए पैसों को tax भरने में ही बर्बाद करते रहेंगे

ऑथर कहते है Assets वो होता है जो हमारे जेब में पैसे डालता हैं और liabilities वो होता है, जो हमारे जेब से पैसा निकालता हैं। जैसे मान लीजिए आपने एक घर खरीदा और आपने उस घर को दूसरे को rent पर दे दिया तो अब आप के घर से आपको पैसे मिलेंगे। मतलब यहां आपका घर आपका Asset है क्योंकि वो आपको पैसे बना कर दे रहा हैं।

लेकिन उसी घर को rent पर देने की जगह अगर आप खुद उस घर में रहते हैं तो आप को कोई पैसा नहीं मिलता बल्कि उल्टा आप को घर के maintenance के लिए अपने पास से पैसे देने पड़ते हैं। जिससे आप के जेब से पैसा निकलता है और यहां आप का घर आप का liabilities बन जाता हैं।

ऑथर हमेसा assets क्रिएट करने के लिए कहते है क्योंकि जो लोग अमीर होते है वो assets create करने में focus करते है और फिर उनके assets से उन्हें जो पैसे मिलते है, उसका इस्तेमाल वो अपनी जरूरत पूरी करने के लिए करते है अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते हैं बल्कि वो पैसे से काम करवाते हैं। लेकिन ज्यादातर लोग पैसे कमाने के लिए, पैसे से भी कीमती अपने समय को पैसे के बदले एक्सचेंज करते हैं। लोग अपने डर और लालच के वजह से बहुत काम करते हैं लेकिन जैसे ही उनके इनकम बढ़ती है वैसे उनके एक्सपेंस भी बढ़ जाते हैं।

जिस वजह से वो और पैसे कमाने के लिए और काम करते हैं और पूरी तरह से इस ट्रैप में फंस जाते हैं। अगर आप नौकरी करते हैं तो आप खुद से पूछिए कि आपकी नौकरी करने का कारण क्या है ? आपका जवाब चाहे कुछ भी हो लेकिन उस जवाब के पीछे डर या फिर लालच जरूर होगा। इसीलिए जितनी जल्दी हो सके इस Rat race से बाहर आने की कोशिश कीजिए अधिकतर लोग जब पैसे कमाते हैं तो वो शौकीन चीजों पर अपने पैसों को खर्च कर देते हैं। लेकिन अमीर लोग ऐसा नहीं करते, वो रिस्क लेते हैं और अपने पैसों को इन्वेस्ट करते हैं। जिससे उनका पैसा उनके लिए पैसे कमाता है। अधिकतर लोग रिस्क लेने से डरते हैं पर अगर आप इन बातों को ध्यान में रखें तो आप भी अपने पैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं लोग काम करो और पैसा कमाओ के Rule को फॉलो करते हैं। वो काम कैसे कर रहे हैं, उन्हें अपने काम से कुछ सीखने को मिल रहा है या नहीं! उन्हें इन चीजों से कोई मतलब नहीं होता हैं। पर ऑथर कहते हैं जो लोग इस अप्रोच के साथ काम करते हैं, वो कभी भी अमीर नहीं बन पाते हैं क्योंकि वो ज्यादा पैसे कमा ही नहीं पाते है। अगर आपको पैसे कमाने हैं और अमीर बनना है तो पैसे कमाने से ज्यादा सीखने के लिए काम करें क्योंकि ऐसा करने से आपकी स्किल्स बढ़ेगी और आप अपने काम में बेहतर होते जाएंगे ऑथर Robert  kiyosaki कहते हैं कि अगर आपको अमीर बनना है, तो आप को बेकार की चीजों पर नहीं बल्कि खुद के ऊपर ध्यान देना होगा। आपको अपनी नौकरी से स्किल सीख कर उससे अपना बिजनेस शुरू करना चाहिए। क्योंकि नौकरी करके आप सिर्फ उतने ही पैसे कमा पाएंगे, जिससे आप के bills pay हो जाए पर  अमीर बनने के लिए आपको Assets  बनाने में ध्यान देना चाहिए

कि अभी लोगों के द्वारा दिए गए टैक्स के पैसों से गरीब लोगों का भला किया जा सके।

पर जैसे-जैसे समय बदला वैसे-वैसे सारी चीज उल्टी होने लगी। अमीर लोग अपनी चालाकी से टैक्स देने से बच गए और गरीबों के पास इतने पैसे ही नहीं थे वो टैक्स दे सकें।

इसीलिए बीच में फंस गए मध्यम वर्गीय लोग, जो नौकरी करते और टैक्स भरते हैं। टैक्स भरने के बाद अगर कुछ पैसा उनके पास बच जाता है, तो वो फिर इसका इस्तेमाल करते हैं। इसलिए अमीर बनने के लिए आप को टैक्स से बचना सीखना होगा

अमीर लोग पैसों के लिए काम नहीं करते हैं।
स्कूल हमें Financial education नहीं देती है।
अमीर लोग अपने पैसों को इन्वेस्ट करते हैं खर्च नहीं।
Assets create कीजिए ना कि liability !
सबसे पहले खुद को pay कीजिए।
पैसों के डर को हैंडल करना सीखिए।
सबसे पहले खुद पर इन्वेस्ट कीजिए

जीत आपकी

जीत आपकी

किसी भी व्यक्ति के जीवन में सफलता काफी महत्व रखती है। जिसे पाने की खातिर मनुष्य हर संभव कोशिश करता है। लेकिन यह भी एक कड़वा सच है कि हर कोई व्यक्ति अपने जीवन में सफलता की सीढ़ी तक नहीं पहुंच पाता है। ऐसे में जीवन में आगे बढ़ने के लिए सफल लोगों के पीछे के रहस्य को समझना जरूरी हो जाता है।

प्रसिद्ध भारतीय लेखक शिव खेड़ा की पुस्तक यू केन विन (You can Win) जीवन में सफलता कैसे प्राप्त की जाए, इसी पहलू को ध्यान में रखते हुए लिखी गई है। जिसमें जीवन के सफल सूत्रों के बारे में बड़े ही रोचक तरीके से वर्णन किया गया है। तो चलिए विस्तार से जानते है इस पुस्तक के बारे में, लेकिन उससे पहले जानते है मशहूर लेखक शिव खेड़ा के बारे में। जिन्हें इस विश्व प्रसिद्ध किताब को लिखने का श्रेय दिया जाता है

साल 1961 में झारखंड के धनबाद में 23 अगस्त को शिव खेड़ा का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। हालांकि इनका बचपन काफी संघर्षों में व्यतीत हुआ। लेकिन किसे मालूम था कि को बालक स्वयं दसवीं की कक्षा में फेल हुआ हो, वह आगे चलकर लोगों को सफलता के मूल मंत्र बतलाएगा। इतना ही नहीं इन्होंने अपने 30 साल के करियर में 16 किताबों की रचना की है। जिनमें सबसे अधिक प्रसिद्धि इन्हें यू केन विन से मिली। जिसकी 32 लाख से ज़्यादा प्रतियां 21 अलग-अलग भाषाओं में अब तक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बिक चुकी हैं।

इसके अलावा यह एक मशहूर लेखक होने के साथ-साथ सफल उद्यमी, मोटिवेशनल स्पीकर और एक शिक्षक के तौर पर भी जाने जाते हैं। और इनकी यू केन विन पुस्तक मूल रूप से इनके स्वयं के अनुभवों पर आधारित है और हर व्यक्ति को जीवन में सकारात्मक दिशा की ओर अग्रसरित करती है

दूसरा हमें किसी भी कार्य को कल पर नहीं टालना चाहिए। आज ही उसे पूरा करने का प्रयास करना चाहिए।

तीसरा हमें सदैव कृतघ्नता का रवैया अपनाना चाहिए, चाहे हमारे पास दुनिया की धन दौलत ना हो। लेकिन जो है उसके लिए हमेशा ईश्वर को धन्यवाद देना चाहिए।

चौथा हमें स्वयं को सही शिक्षा की ओर अग्रसर करना चाहिए। क्यूंकि शिक्षा के द्वारा ही हम अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।

पांचवां हमारे दिल में सदैव आत्मसम्मान का भाव होना चाहिए, ताकि अपने साथ – साथ दूसरों के साथ भी अच्छा व्यवहार कर सकें।

इसके अलावा हमें खुद को सदैव नकारात्मक विचारों से दूर रखना चाहिए। क्यूंकि नकारात्मक ताकतें जीवन में ऊर्जा का नाश करती हैं। साथ ही जीवन में बहुत सारे ऐसे कार्य होते है, जिन्हें हम नहीं करना चाहती।

लेकिन आवश्यकता पड़ने पर हमें उन्हें करने से कभी परहेज नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं किसी भी व्यक्ति को अपनी सुबह की शुरुआत एक सकारात्मक विचार से करना चाहिए। ऐसा करने से आपका पूरा दिन ऊर्जा से भरा रहता है।

इसके अतिरिक्त लेखक ने यू केन विन पुस्तक के पहले अध्याय में, सकारात्मक विचारों के माध्यम से जीवन में सफलता प्राप्ति को एक उदाहरण के माध्यम से समझाया है कि एक गुब्बारे वाला मेले में अलग अलग रंग के गुब्बारे बेचा करता था। और जब भी उसके गुब्बारों की बिक्री कम होने लगती थी, तो वह एक गुब्बारा हवा में उड़ा दिया करता था। और बच्चे आसमान में गुब्बारे देखकर उसे खरीदने की जिद किया करते थे। तभी एक बार उसके पास एक बच्चा आया वह उस गुब्बारे वाले से बोला, कि अंकल आप काला वाला गुब्बारा भी उड़ाए, वह भी उड़ सकता है। और इस उदाहरण के माध्यम से लेखक अपने पाठकों को यह समझना चाहता है कि सफल लोग जीवन में अपनी चीजों और कार्यों को लेकर अलग दृष्टिकोण अपनाते है। जिसे सामान्य लोग अलग तरीके से समझ पाते है।

ठीक इसी प्रकार से जीवन में यदि सफल होना है तो हमें नए नजरिए और दृष्टिकोण को महत्त्व देना चाहिए। क्यूंकि हावर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 85 प्रतिशत लोगों को नौकरी उनके दृष्टिकोण और 15 प्रतिशत लोगों को नौकरी उनकी बुद्धिमता के आधार पर मिलती है।

पुस्तक के दूसरे अध्याय में लेखक ने एक किसान का उदाहरण लेकर यह समझाया है कि एक किसान जोकि अफ्रीका में रहता था, वह अपने जीवन से काफी संतुष्ट था। लेकिन एक बार एक बुद्धिमान व्यक्ति ने उस किसान को हीरे की महत्ता बताई। कि यदि उसके पास हीरे की अंगूठी होगी। तो वह शहर का मालिक बन जायेगा। और कई सारे हीरे होंगे तो वह एक पूरे देश पर राज कर सकता है। जिसके चलते वह किसान काफी परेशान रहने लगा। और हीरे की खोज में इधर उधर भटकता रहा। हीरे के लालच में उसके पास जो भी जमीन और पैसा था उसने वह सब बेच दिया। और वह आर्थिक रूप से कमजोर हो गया। इतना ही एक दिन हताश होकर उसने आत्महत्या कर ली। और जिस दूसरे व्यक्ति को उसने खेत बेचा था, उसे उस खेत में एक चमकदार पत्थर मिला। और जब उस बुद्धिमान व्यक्ति ने उस नए मालिक से पुराने के विषय में पूछा। तो उसने बताया उसने यह खेत खरीद लिया है। तब जाकर उस बुद्धिमान व्यक्ति ने खेत का सही विश्लेषण कर नए किसान को बताया कि यह खेत हीरों के एकड़ से भरा पड़ा है।

जिसके माध्यम से लेखक ने यह समझाने की कोशिश की है कि प्रकृति सबको अवसर देती है। बस अवसर की तलाश करनी आनी चाहिए। इसके अलावा लेखक ने पुस्तक में व्यक्ति के दृष्टिकोण को प्रभावित करने वाले कारकों वातावरण, अनुभव और शिक्षा पर भी विस्तार से चर्चा की है। इस प्रकार लेखक ने जीवन में सफल होने के लिए जिम्मेदार कारकों के बारे में पूर्ण रूप से व्याख्या की है

मुझे भरोसा है कि जीत हासिल करने वाले लोगों के मन में भी टालमटोली का ख्याल जरूर आता होगा, लेकिन खुशी इस बात की है। उन्होंने कभी इसे खुद पर हावी नहीं होने दिया होगा।
खुद को बेहतर बनाने में इतना वक़्त लग जाए कि दूसरों की आलोचना करने का वक़्त ही ना मिले।
जब मैं किसी काम से थक जाया करता था और रुक जाता था। तो मैं यह जानने की कोशिश करता था कि मेरा प्रतिद्वंदी क्या कर रहा होगा। और मैं जब सोचता था कि वह तो कड़ी मेहनत कर रहा होगा, तो मैं भी पुरुषार्थ में लग जाया करता था। और जब सोचता था कि वह आराम कर रहा होगा, मैं तब और कड़ी मेहनत करने लगता था।
जब हम अपनी हदों और सीमाओं को नहीं जानते, तो हम बड़े और ऊंचे काम करके खुद को आश्चर्य में डाल लेते थे। अब पीछे मुड़कर देखते है तो हैरानी होती है, कि मेरी कोई सीमा नहीं थी। इसलिए खुद को कभी किसी बंधन में नहीं बांधना चाहिए।
अगर आप खुद के मान सम्मान को अधिक महत्व देते हैं, तो आपको गुणवान लोगों की संगति में रहना चाहिए। और यदि खराब लोगों की संगति हो, तो उससे अच्छा होगा आप अकेले रहें।
कुछ लोग बार बार यह दलीलें देते हैं कि मैं जब चाहूं इन बुराईयों को छोड़ सकता हूं, पर वे यह बात महसूस नहीं कर पाते हैं कि इच्छा शक्ति के मुकाबले बुरे असर ज्यादा प्रभावी होते हैं।
कथनी और करनी में समानता होनी चाहिए। अगर कोई कहता कुछ है और करता कुछ है। तो आप कैसे उसका यकीन करेंगे।
अगर लोगों को यह मालूम चल जाए कि इस सफलता को प्राप्त करने में मुझे कितना श्रम करना पड़ा है, तो उन्हें मेरा कर्म कभी भी आश्चर्यजनक नहीं लगेगा।
बहस एक ऐसी चीज है जिसे जीता नहीं जा सकता, और अगर हम जीतते है तो भी हारेंगे और अगर हारते है तो भी हारेंगे।
दुनिया की सबसे अच्छी और सबसे सुन्दर चीज़ों को न तो देखा है और न ही छुआ ही जा सकता है, उन्हें दिल से महसूस किया जाना चाहिए

सोचिये और अमीर बनिये

सोचिये और अमीर बनिये

सोचो और अमीर बनो जब आप किसी चीज़ को शिद्दत से पाने की कोशिश करते हो तो वो चीज़ आपकी तरफ आकर्षित होने लगती है, ऐसे ही यदि आप अमीर होने की इच्छा रखते हैं और अपने अवचेतन मन को यह बताने लगते हो कि आपको अमीर होना है तो आपका अवचेतन दिमाग आपके सामने हज़ारों रास्ते खोल कर रख देता है।

यदि आप पूरी दृढ़ता से यह ठान लेते हो कि आपको अमीर होना है और हर वक़्त इसके बारे में सोचते रहते हो और सिर्फ सोचते ही नही खुद को अमीर मानने लगते हो तो आप एक दिन उस मुकाम पर पहुंच भी जाते हो।

लेकिन सिर्फ इच्छा रखने भर से ही कुछ नहीं होगा आपको खुद के अंदर एक आग लगानी होगी अमीर होने की आपको रास्ते तलाश करने होंगे एक मुकाम को चुनना होगा और उस पर पहुंचने के लिए हमेशा अपने दिमाग को चलाते रहना होगा।

सोचो और अमीर बनो

आस्था एक ऐसी शक्ति है जिससे हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं हम जिस भी चीज़ पर आस्था और विश्वास करने लगते हैं वो हमारी ज़िंदगी में आने लगती है। यदि हम सकारात्मक सोचते हुए इस बात पर आस्था रखते हैं कि अमीर होना कोई बड़ी बात नहीं हम अमीर हो जाएंगे तो एक दिन ऐसा सच मे हो जाता है।

वही दूसरी तरफ़ यदि एक आदमी यह सोचने लगता है कि वो गरीब है और कभी अमीर नहीं हो सकता इस बात पर वो विश्वास करने लगता है तो वो सच में ज़िन्दगी में कभी अमीर नहीं हो सकता। इस बात पर कभी गौर की जाए तो आपको समझ आएगा कि हम जैसा सोचते और विश्वास करते हैं वैसा ही हमारे साथ होने लगता है।

यदि हम यह सोचने लगते हैं कि हमारी ज़िंदगी बहुत खराब है और खुद से नराश हो कर यह बात मानने लगते हैं तो आप की ज़िंदगी सच्च में वैसी होती चली जाएगी। यदि आप सकारात्मक सोचेंगे तो आप की ज़िंदगी में खुशियां आने लगेगी और आपके साथ सब कुछ सकारात्मक होने लगेगा सोचो और अमीर बनो

हमारे दिमाग में हमेशा कुछ न कुछ चलता रहता है कभी हमारे दिमाग में नकारात्मक विचार आते हैं तो कभी सकारात्मक इन विचारों का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। जो भी विचार हमारे Sub Conscious mind में आते हैं उन्हें वास्तविक में बदलने के लिए हमारा दिमाग काम करने लगता है।

इस लिए हमें दिमाग में आ रहे विचारों का चुनाव खुद से करना होगा अपने दिमाग में हमेशा पोसिटिव विचारों को डालना होगा अपने जीवन के लक्ष्य को सकारात्मक तरीके से अपने दिमाग को बताना होगा और दिमाग मे आ रहे नेगटिव विचारों को खत्म करना होगा।

जिससे हमारे दिमाग मे जो भी सकारात्मक विचार हम खुद से डालेंगे उन्हें हमारा दिमाग हकीकत में बदलने के लिए काम करने लगेगा

जीवन उजागर

जीवन उजागर

प्रेरणादायक किताबें जीवन में आत्मविश्वास लाने के साथ ही हमें और से मजबूत करती हैं। स्नेहा लेता द्वारा लिखित जीवन उजागर पुस्तक एक काव्य पुस्तक है जिसमें स्नेहा लता ने कई मुद्दों पर विचार किया है और बताया भी है। इन कविताओं के माध्यम से कई भाव उत्पन्न होते हैं। इन कविताओं में कई विषय जैसे सामाजिक मुद्दे, देशभक्ति कविताएं, प्रेरक कविताएं, अंधविश्वास, रूढ़ीवादी परंपरा इत्यादि जो आज भी कहीं न कहीं जिंदा है उन पर लिखी गई कविताएं इस पुस्तक में केंद्रित है इसी के साथ-साथ बच्चों की कविताएं भी इसमें देखने को मिलती है। स्नेहा लता ने इन मुद्दों पर कविताएं को बड़ी ही गहराई और सहजता से लिखा है कि मानव जैसे हम इन समस्याओं के भावों को अनुभव कर रहे हो। यदि आप भी एक सच्चे देशभक्त हैं और देश भक्ति तथा समाज से जुड़े मसलों पर विचार विमर्श करते हैं तो यह किताब आपके लिए बहुत अच्छी है

टाइम मैनेजमेंट

टाइम मैनेजमेंट

क्या आपने कभी सोचा है कि आजकल हमारे पास समय की इतनी कमी महसूस होती है? समय पर काम न मिले तो हम चिढ़ जाते हैं, क्रोधित हो जाते हैं, चिढ़ जाते हैं, तनाव में आ जाते हैं। समय की कमी के कारण हम लगभग हर पल भागदौड़ करते हैं। और हम जल्दी में रहते हैं। इस चक्र में, हमारा रक्तचाप बढ़ जाता है, और लोगों के साथ हमारे संबंध बढ़ जाते हैं हम परेशान हो जाते हैं, हमारा मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है और कई बार बेहोश भी हो जाते हैं

मय की कमी हमारे जीवन का एक अनिवार्य और अपरिहार्य हिस्सा बन गई है। गलत बात है।

᭍क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है

: हमारे पुरखों ने कभी समय का प्रबंधन नहीं किया, तो हमें समय क्यों मिल रहा है? मिलते थे और हम सिर्फ 24 घंटे के लिए मिल रहे हैं? आप इसे जानते हैं और मैं भी इसे जानता हूं। एसा नही है! हर पीढ़ी को एक दिन में सिर्फ 24 घंटे ही मिले हैं

लेकिन बीसवीं सदी की शुरुआत से ही हमारे जीवन में समय कम होने लगा है और यह समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। यह बढ़ रहा है। यह एक विचित्र बात है कि 20वीं सदी की शुरुआत से ही इंसानों के समय बचाने वाले उपकरणों का विकास किया जा रहा है।

20वीं सदी से पहले न कार थी, न मोटरसाइकिल थी, न स्कूटर थे, लेकिन हमारे पूर्वज सदाचारी नहीं कहे जा सकते थे। पहले मिक्सर, फूड प्रोसेसर, या माइक्रोवेव ओवन नहीं था, लेकिन गृहिणियां इसका इस्तेमाल ग्रेटर पर मसाले पीसने या माउस पर खाना पकाने के लिए करती थीं

उसे कोई जल्दी नहीं थी। पहले बिजली नहीं थी लेकिन कुछ रातों को काम करने के लिए पूरी रात जागना नहीं पड़ता था। वास्तविक जीवन उससे कहीं अधिक सरल था, यह देखते हुए कि उस समय मनुष्य का जीवन घड़ी के अनुसार नहीं चलता था। औद्योगिक युग व्यापार, कार्यालय और नौकरी के युग के बाद मनुष्य घड़ी का दास बन गया।

लगे रहो। पहले जीवन सरल था अब जटिल हो गया है यही हमारी समस्या की जड़ है कारण यह है कि पहले जीवन की गति धीमी थी अब तेज हो गई है

Conclusion

अगर आपको भी ये बोलग पसंद आया हो तो अपने दोस्तों को शेयर जरुर करे और एक लाइक और एक प्यारा सा कमेन्ट जरुर कर देना

Read More :

motivational thoughts in Hindi 2024

Best Motivational Story In Hindi 2024

Best motivational wallpaper for mobile 2024

Best Sonu Sharma motivation line in Hindi 2024

Leave a Comment